Saturday, September 29, 2012

इस लेखक के दस "सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग/पत्रिकाओं" की सूची (10 top ten hindi blogs of it writer or top ten hindi megazine)

         कुछ पाठकों ने इस लेखक के अनेक ब्लॉग पर यह टिप्पणियां की हैं यह बतायें कि आपके कौनसे 10 श्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग या पत्रिकायें   सबसे अधिक सक्रिय हैं जिन पर दृष्टि रखी जाये। इस संबंध में यह स्पष्टीकरण देना जरूरी है कि यह लेखक अव्यवसायिक है और यहां लिखने का उसे एक पैसा नहीं मिलता बल्कि इंटरनेट किराये के साथ शरीरिक श्रम भी करना पड़ता है।
       इतने सारे ब्लॉग बनाने के पीछे उद्देश्य कोई खास नहीं था।  बन गये तो निभा रहे हैं।  वैसे हिन्दी में ब्लॉग लिखना कोई प्रेरणादायक कार्य नहीं है। पिछले छह वर्षों से इस लेखक की कोई पहचान नहीं है। इसका कारण यह है कि हिन्दी लेखन की अपनी कुछ ऐसी प्रकृतियां हैं जिन पर लिखा जाये तो बहुत सारा लंबा लेख लिखना पड़ेगा। इनमें मूल एक बात सामने आती है कि हिन्दी में बिना पैसे आप लिख रहे हैं तो आप लेखक नहीं है। आपके पास धन नहीं है या किसी बड़े ओहदे पर नहीं है तो भी आप लेखक नहीं है।  इसके अलावा सम्मानित लेखक कहलाने के लिये  आपके सिर पर किसी प्रकाशन संस्थान का वरदहस्त होना चाहिए और अगर  राजकीय रूप से कोई संरक्षण हिन्दी लेखन में मिल जाये तभी आपको लेखक के रूप में स्वीकार किया जायेगा।
           यह प्रवृत्ति इंटरनेट पर भी आ गयी है। यही कारण है कि हम तो वहीं हैं जहां पहले थे पर यह अलग बात है कि यहां लिखते लिखते गजब का आत्मविश्वास आया हैं।  इसलिये किसी की परवाह नहीं है।  अनेक विषयों पर हमने ऐसे विचार लिखे जो आज तक किसी के दिमाग में नहीं आये।  कभी लेख तो कभी विचार भी चोरी हो गये। भाई लोगों को यह बताते भी शर्म आती है कि एक फोकटिया लेखक से हमने उसकी सामग्री उधार ली है।  हमारे ब्लॉग हिन्दी ब्लॉग जगत की धारा से बाहर हो गये हैं।  शुरुआती दौर में जिन लोगों ने हमारे गुण गाये वह याद भी नहीं करते।  बहरहाल हम अपने बीस ब्लॉग में से दस श्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग की सूची ही स्वयं ही जारी कर रहे हैं। यह पूरे हिन्दी ब्लॉग जगत की नहीं वरन् हमारे ब्लॉग की है। वह भी इस समय की है और पाठक संख्या के आधार पर है। इनमें उतार चढ़ाव आते रहते हैं।
       अब यह पाठकों पर निर्भर करता है कि वह किसे श्रेष्ठ माने या पढ़ें।  हमारा लिखना सब नियमित रहता है। इस बार हिन्दी दिवस के अवसर पर इन ब्लॉगों ने इतने सारे पाठक जूता लिए कि कुल संख्या 20 हज़ार को पार कर गई थी। तीन दिन में इतनी पाठक/पाठ पठन संख्या रही कि सामान्य दिनों में उसके लिए दो महीने लगते हैं।  यह संख्या इस लेखक के प्रेरणादायी रही।
लेखक-दीपक राज कुकरेजा ‘‘भारतदीप’’
ग्वालियर मध्यप्रदेश
writer-Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep"
Gwalior, Madhya pradesh
कवि, लेखक एंव संपादक-दीपक 'भारतदीप",ग्वालियर 
poet,writer and editor-Deepak 'BharatDeep',Gwalior
http://dpkraj.blogspot.com
यह कविता/आलेख रचना इस ब्लाग ‘हिन्द केसरी पत्रिका’ प्रकाशित है। इसके अन्य कहीं प्रकाशन की अनुमति लेना आवश्यक है।
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८.हिन्दी सरिता पत्रिका 

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Tuesday, September 18, 2012

खुदगर्जी और नीयत-हिंदी व्यंग्य कविताएँ (khudgarji aur neeyat-hindi vyangya kavitaen)

खुदगर्जी के लिये बदनाम-हिन्दी कविता
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हम जिन भी राहों से गुजरे
वहां अपने लिये ठोकरों को
इंतजार करते पाया,
अपने घावों पर किससे
हमदर्दी पाते
हमराहों के दिल पर थी 
जज़्बातों की काली छाया।
कहें दीपक बापू
तरसे है जो नाम पाने को
करते दूसरों को बदनाम
उनसे क्या इज्ज़त पाने का ख्वाब देखते
जिनको खुदगर्जी के लिये बदनाम होते पाया
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नीयत की कीमत-हिन्दी कविता
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थोड़े फायदे के लिये
लोग इंसानियत की हदें
लांघ जाते हैं,
रिश्तों की देते दुहाई
कौड़ियों के बदले
गैरों के घर  अपनी डोर बांध आते हैं।
कहें दीपक बापू
ज़माने में मर गयी वफादारी
पैसा खर्च कर सको
सगे क्या गद्दार भी
हमदर्द बनने को तैयार हो जाते
यह अलग बात है
हम नीयत की कीमत नहीं मांग पाते हैं।
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कवि लेखक-दीपक राज कुकरेजा ‘‘भारतदीप’’
ग्वालियर, मध्यप्रदेश
Poet or Writer-Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep"
Lashkar, Gwalior madhya pradesh

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Thursday, September 6, 2012

हिन्दी में पहले कौन मुंह खोलेगा-हिन्दी दिवस पर कविता (kavita or poem on hindi diwas or hindi divas )


हिन्दी दिवस पर भाषण
बहुत होंगे
कोई हिंग्लिश में बोलेगा
कोई अंग्रेजी में बोलकर
अपनी बात खुद ही तोलेगा।
कहें दीपक बापू
भाषा और संस्कारों में
पश्चिम और पूर्व के रंग
इस कदर मिल गये हैं
हिन्दी में सोचते हैं सभी
मगर बोलने के लिये
अंग्रेजी जुबान चाहिए
कौन है जो हिन्दी में मुंह खोलेगा।
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कवि लेखक-दीपक राज कुकरेजा ‘‘भारतदीप’’
ग्वालियर, मध्यप्रदेश
Poet or Writer-Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep"
Lashkar, Gwalior madhya pradesh

कवि, लेखक एंव संपादक-दीपक 'भारतदीप",ग्वालियर
poet,writer and editor-Deepak 'BharatDeep',ग्वालियर
http://dpkraj.blogspot.com
http://dpkraj.
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