Tuesday, August 19, 2014

समस्याओं की चिंता-हिन्दी कविता(samasyaon ki chinta-hindi poem)



उनको देश मे
भुखमरी की समस्या पर
बहुत चिंता है।

उनको देश में
बेरोजगारी की समस्या पर
बहुत चिंता है।

उनको देश में
गरीबी की समस्या पर
बहुत चिंता है।

कहें दीपक बापू चिंता के व्यापारी
ढूंढते  हमेशा
समस्याओं के प्रचार में
नये नये साधन
विज्ञापन से हल करने के लिये
उनको भारी चंदा जुटाने की
बहुत चिंता है।
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दीपक राज कुकरेजा ‘भारतदीप’’
कवि, लेखक एंव संपादक-दीपक 'भारतदीप",ग्वालियर 
poet,writer and editor-Deepak 'BharatDeep',Gwalior
http://dpkraj.blogspot.com
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